इसके अलावा पार्टी नेताओं से प्रियंका गांधी ने साफ कह दिया है कि वह दूसरे दलों के नेताओं को जोड़ने से बेहतर युवा और नए लोगों को कांग्रेस के साथ जोड़ें। प्रियंका ने यह भी कहा कि आप पार्टी की विचारधारा से लोगों को अवगत कराएं।
कांग्रेस के लिए राजनीतिक चुनौतियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। खासकर उत्तर प्रदेश की बात करें तो ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस वहां पर खड़ा होना ही नहीं चाहती। भले ही दिल्ली में बैठी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी हर रोज यूपी सरकार पर निशाना साधती हों पर स्थानीय नेताओं की इसमें कम ही दिलचस्पी देखने को मिलती है। कांग्रेस नेता लगातार पार्टी छोड़कर दूसरे पार्टियों में शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा नेता पार्टी लाइन से अलग हटकर भी राह पकड़ रहे हैं। नेताओं के इस रवैये से प्रियंका गांधी वाड्रा काफी नाराज चल रही है। ऐसे में पार्टी को एकजुट करने के लिए वह लखनऊ में अपना डेरा जमाने की तैयारी में है। कहा यह जा रहा है कि प्रियंका गांधी जल्द ही लखनऊ शिफ्ट हो सकती हैं। जहां से वह राज्य की पार्टी गतिविधियों पर ध्यान रख सकेंगी। यहां रहकर वहां की चीजों को समझेंगी और संगठन को मजबूत करेंगी। प्रियंका ने लखनऊ में अपना आवास तलाशना भी शुरू कर दिया है।